कविताओं में भी एक दुनिया होती है...
कविता कभी कवि की कल्पना होती है,
तो कभी यह विचारों का प्रवाह होती है |
कभी यह लोगों को व्यंग्य से हंसाती है,
तो कभी लोगों को वास्तविकता से रुलाती है |
कभी यह पुष्प की अभिलाषा होती है,
और समाज में चेतना फैलाती है ;
तो कभी चक्रधर की गलियां होती हैं,
और इस समाज पर कटाक्ष कर जाती हैं |
कभी हमारी भावनाएं कहीं खो सी जाती हैं ,
और ये उनका पुनः एहसास कराती हैं |
तो कभी गुलज़ार के शब्दों में मकाँ की उपरी मंजिल के माध्यम से,
ये सब कुछ कह जाती हैं |
कविताओं में भी एक दुनिया होती है|
कविताओं में भी एक दुनिया होती है|
कभी लोगों के अनुभव तो कभी उनकी कल्पनाएं ,
तो कभी इनमे भावनाएं होती हैं|
कभी लोगों के अनछुए ख्वाब तो कभी जीवन का कोई हसीन पल,
तो कभी इनमे लोगों की दबी हुई इच्छाएं होती हैं;
कभी ये लोगों को अनंत आसमां में उड़ने की शक्ति प्रदान करती हैं,
तो कभी प्रेरणा तो कभी जीवन की भक्ति प्रदान करती हैं |
कविताओं में भी एक दुनिया होती है|
कविताओं में भी एक दुनिया होती है|
कविता, अगर पाठक के मन को भा जाए,
उन तक एक सन्देश पहुंचाए ,
उनके चेहरे पर मुस्कान लाये,
उनको थोडा प्रेरित कर जाए ,
तो कवि का लेखन सफल हो जाए , कवि का परिश्रम सफल हो जाए |
बस इतना समझ लीजिये, ऐसी ही कविता सफल होती है |
कविताओं में भी एक दुनिया होती है....कविताओं में भी एक दुनिया होती है....
8 comments:
kavitaon ki duniya alag hoti hai?? kavitayen isi duniya se nikalti hain.. bas ek najariya alag hota hai. waise achchi kavita hai.. keep experiments goin :)
@ Avi ji... main yah nahin kah raha ki kavitaon ki duniya alag hoti hai.. main to yah kah raha hoon.. kvitaon me puri duniya basati hai.. hamara ek pura sansaar basta hai..
and thnx :)
वाकई, कविताओं की अद्भुत दुनिया होती है.
सचमुच कविता की अपनी दुनिया होती है। सफल वही रचना होती जो जन जन गाते हैं।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
waah badhiya soch...lajawaab rachna
exactly
whatever change we want in the world, we make it in the world of our poems.
Good, keep it up.
bhai ab russian mai bhi likhna shuru kar dey aap
I must say
kavitao ki dunia ka ek badshah bhi hota hai
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